किस हक से तुझे चाय पर बुलाऊं
तुंम मेरे होने का कभी दावा तो करो.
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एक तरफा ही सही प्यार तो प्यार है,
एक तरफा ही सही प्यार तो प्यार है,
उसे हो ना हो लेकिन
मुझे बेशुमार है. -
बुरा हमें भी लगता है बस तुम्हे
बुरा हमें भी लगता है
बस तुम्हे एहसास नहीं होने देते -
मुझको छोड़ने की बजह तो बता जाते
मुझको छोड़ने की बजह तो बता जाते
तुम मुझसे बेज़ार थे या हम जैसे हज़ार थे -
प्यार तो बेशक दिल से ही होता है
प्यार तो बेशक दिल से ही होता है
पर कुछ लोग इसमें भी दिमाग लगा लेते है -
तुझे छोड़ना ही होता तो अपनाते क्यूँ
तुझे छोड़ना ही होता तो अपनाते क्यूँ
मेरी मोहब्बत हो तुम कोई तमाशा नहीं -
एक थी समझने वाली मुझे
एक थी समझने वाली मुझे
अब वो भी समझदार हो गयी है -
जिद में आकर उनसे ताल्लुक तोड़ लिया
जिद में आकर उनसे ताल्लुक तोड़ लिया हमने,
अब सुकून उनको नहीं और बेकरार हम भी हैं। -
“जहाँ आस होती हैं, वहाँ विश्वास होता हैं
“जहाँ आस होती हैं, वहाँ विश्वास होता हैं,
जहाँ विश्वास होता हैं, वहीं तो विश्वासघात होता हैं”।। -
हँसकर कबूल क्या कर लीं सजाएँ
हँसकर कबूल क्या कर लीं सजाएँ मैंने
ज़माने ने दस्तूर ही बना लिया
हर इलज़ाम मुझ पर लगाने का.
Hans Kar Kabul Kya Kar Li Sajaaye Maine,
Zamane Ne Dastur Hi Bana Liya
Har Ilzaam Mujh Par Lagane Ka. -
कभी सोचा करता था
कभी सोचा करता था
कैसे रह पाऊँगा तेरे बिना
देख तूने ये भी सिखा दिया मुझे.