काश आंसूं के साथ यादें बाह जाती
तो एक दिन तसली के साथ बैठ कर रो लेता
काश आंसूं के साथ यादें बाह जाती
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काश आंसूं के साथ यादें बाह जाती
तो एक दिन तसली के साथ बैठ कर रो लेता
मेरे जनाजे में सारा शहर निकला
लेकिन वो न निकला जिनके लिये
हमारा जनाजा निकला
हर कोई रो कर दिखायेे ये जरूरी तो नहीं
कई बार मुस्कराहट के पीछे भी
दर्द छुपा होता है
बर्बाद करना था तो किसी और तरीके
से करते जिन्दगी बन कर जिंदगी
ही छीन ली तुमने
भुला दूंगा तुझे जरा सब्र तो कर तेरी तरह
मतलबी बनने में थोड़ा वक्त
तो लगेगा ही।
आज़ाद कर दिया हे हमने भी उस पंछी को
जो हमारी दिल की कैद में रहने
को तोहीन समजता था
ये दुनिया भी उसी को रुलाती है
जिसके पास आंसू साफ करने
वाला कोई नहीं होता
कल तक जो प्यार से मनाते थे
आज उनका भी हमसे मन भर गया
मुझे किसी के बदल जाने का गम नही ,
बस कोई था,
जिस पर खुद से ज्यादा भरोसा था !!
मेरे मरने पर तो लाखो रोने वाले है
तलाश उसकी है जो मेरे रोने से मर जाए
एहसासों की नमी बेहद जरुरी है हर रिश्ते में
रेत भी सूखी हो तो हाथों से फिसल जाती है